________________
१२५ १२६
१२६
१२७ १२८ १२८ १२६ १२६
१२६
०
०
श्री मांगीलाल सेठी 'सरोज' पं० राजकुमार शास्त्री श्री ताराचन्द जैन श्री मिश्रीलाल पाटनी Km. Shakuntala D. Chowgule श्री सुमत प्रकाश जैन श्रीमती जनमती जैन श्री कन्छेदीलाल जैन श्रीमती जयश्री जैन कु० किरणमाला जैन श्री सुरेन्द्र कुमार जैन जौहरी श्री सुबोध कुमार जैन श्री दरोगामल जैन श्री जिनेन्द्रकुमार जैन श्री केवलचन्द एच० रावत श्री अभयकुमार जैन डॉ० शोभनाथ पाठक सेठ सुनहरीलाल जैन पं० जमुनाप्रसाद जैन शास्त्री श्री मिश्रीलाल शाह जैन शास्त्री श्री महताब सिंह जैन जौहरी श्री राजेन्द्रप्रसाद जैन 'कम्मो जी' वैद्यराज पं० सुन्दरलाल जैन Dr. B.K. Khadabadi
१३० १३०
०
१३१
لدي
७३. निर्भीक और मार्मिक वक्ता ७४. धर्मध्वजा के उन्नायक ७५. साधवो न हि सर्वत्र ७६. एक अपूर्व अतिशयी घटना ७७. A Devotees Homage ७८. अतिशय क्षेत्र (बरेली) का विकास ७६. उपसर्ग विजेता ८०. सार्वजनीन हित के प्रेरक ८१. साड़ी पर हवन ८२. सजीव तीर्थ ८३. विश्वविभूति ८४. आरा (बिहार) में महाराज का लेखन कार्य ८५. अद्भुत स्मृति के धनी ८६. साधना की पराकाष्ठा ८७. पवित्र जीवन ८८. निष्काम साधक ८६. श्रमण संस्कृति के उन्नायक १०. सफल मार्गदर्शन ६१. तपस्वी साधुराज १२. पावन व्यक्तित्व १३. धर्ममूर्ति आचार्यश्री १४. आत्मानुसंधान और परकल्याण का संकल्प १५. श्रमण शिरोमणि १६. On mv having the first Darsana of
Acharyaratan Shri Deshbhushan Ji Maharaj १७. संकल्पों के प्रति निष्ठा १८. भक्तवत्सल एवं विनोदप्रिय
8. धर्म दीपक १००. चन्दनं न वने बने १०१. अनेकान्त सार्वभौम १०२. गुरु गुण लिखा न जाय १०३. गतिशील धर्मचक्र १०४. हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता १०५. कृपा सिंधु, नर रूप हरि १०६. राष्ट्रसन्त आचार्यरत्न श्री देशभूषण जी महाराज १०७. सद्गुरु महिमा अपार १०८. शत-शत वन्दन
१३२ १३३
१३३
ل
१३३ १३४
ل
१३५ १३६ १३७
१४०
१४०
श्रीमती ऊषा जैन
१३८ वैद्य प्रेमचंद जैन
१३६ आचार्य श्री सुबल सागर जी महाराज
१४० गणधराचार्य कुन्थुसागर जी मुनि श्री देवनन्दि जी क्षु० अनन्तमति जी
१४१ क्षु० चन्द्रभूषण जी
१४२ श्री सुरेशचन्द जैन
१४२ श्री अनन्तकुमार जैन
१४३ डॉ० रघुवीर वेदालंकार श्री आलगूर बी० डी० (सदलगा)
[१४५ श्री विजेन्द्रकुमार जैन, श्रीमती जे० के० गांधी, श्री महन्द्रकुमार जैन, श्री धनेन्द्रकुमार जैन, श्रीमती शकुन्तला जैन, श्रीमती संतोष जैन, श्री सुशील जैन, श्री पुरुषोत्तम जैन, श्री महावीरप्रसाद जैन,
१४६-१४७ प्रिो० माधव श्रीधर रणदिवे
१४८ डॉ० महेन्द्रकुमार 'निर्दोष'
१४४
१०६. आयरियप्प व रो सिरिदेसभूसणी ११०. समस्या और समाधान
१५१
आचार्यरत्न.श्री देशभूषण जी महाराज अभिनन्दन पन्थ
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org