________________
जे-६८६ : चरण-चौकी पर धर्मचक्र के दाएँ
विकाएँ एवं बाएँ श्रावक (कुषाणकाल, मथुराशैली, अहिच्छत्रा, रामनगर, उत्तर प्रदेश)
आपस : वरन-कौकी पर का
F आचार्यरत्न श्री वेशभूषण जी महाराज अभिनन्दन अन्य
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org