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कर्मयोगी श्री केशरीमलजी सुराणा अभिनन्दन ग्रन्थ
विषय-वर्गीकरण सूची
प्रथम खण्ड [व्यक्तित्व, कृतित्व, संस्मरण तथा काव्याञ्जलि
डा० देव कोठरी (उदयपुर) पं० जोशी प्यारेलाल शर्मा, (राणावास)
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प्रो० मनोहरलाल आच्छा, (राणावास)
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कर्मयोगी श्री केसरीमलजी सुराणा : जीवन परिचय ग्रहों का गणित : काकासा का फलित
संस्मरण संस्मरणों की सौरभ- शादी और भंग की मिठाई, जब बीड़ी के बजाय अंगुली जली मौसर की राशि भवन निर्माण में
पशुबलि बन्द करवा दी संकट मोचक आचार्य भिक्षु काला सांप और लोगस्स पाठ दैत्याकार प्राणी का उपसर्ग
तमाचा भी : चन्दा भी
डाकू भी परास्त हो गये चन्दा प्राप्त करने की कला
__ भवितव्य का पूर्वाभास मेरे सर्वस्व : मेरे भाई साहबसिगरेट अरोगिये, मेरी आँखे खुल गई, वात्सल्य की वर्षा, संस्था के प्रति लगन
खीर वापस कर दो
मरना एक बार है जब पैर में काँटा चुभ गया कौन कहता है सुराणाजी कठोर हैं ?
___ अटल नियम : पौरुष के खिलाड़ी मंत्र की शक्ति। ये सब हमारी सन्ताने हैं
काकासा की विनम्रता
साक्षात् राजा मोहजीत वेदनीय कर्म समता से काटूगा
अरे ये तो साधु हैं नानकशाही डण्डा हाथ में ले लो
श्री भंवरलाल सुराणा, (बोलारम)
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मुनिश्री जसकरण (सुजान) मुनिश्री पूनमचन्द मुनिश्री अगरचन्द साध्वीश्री सूर्यकुमारो (सरदार शहर) साध्वीश्री विनयवती (हाँसी) श्री अशोककुमार भण्डारी, पेटलावद श्री हीरालाल गांधी 'निर्मल', (व्यावर) साध्वीश्री कंचनकुमारी, (लाडनू)
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साध्वीश्री सिरेकुमारी (सरदारशहर) साध्वीश्री अशोकश्री
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