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विशेष-वृत्त
आचार्य श्री तुलसी से वार्ता करते हुए श्री केसरीमल जी सुराणा एवं प्रो० बी० एल० धाकड़
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डॉ० डी० एस० कोठारी के उद्बोधन भाषण के सुअवसर पर श्रोतागण - आगे की पंक्ति में बैठे हैं ग्रन्थ नायक श्री केसरीमल जी सुराणा
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