________________
श्री सुमति शिक्षा सदन उच्च माध्यमिक विद्यालय, राणावास
२३७ ।
D
.a
.
.
-.
-.
(अ) श्री गजमलजी सिंघवी, प्रधानाध्यापक को राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा उनकी सेवाओं का सम्मान करते हुए, राज्य स्तरीय पुरस्कार से सन् १९७१ ई० में सम्मानित किया गया एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
(आ) श्री गजमल जी सिंघवी, प्रधानाध्यापक को राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान परिषद (N. C. E. R. T.) दिल्ली द्वारा कक्षा नायक प्रशिक्षण (Training Monitor) एवं माध्यमिक विद्यालयों में वाणिज्य क्लब (Commerce Club in Secondary Schools) विषयों पर उच्चस्तरीय निबन्ध लिखने पर ७५०-७५० रुपयों के दो राष्ट्रीय पुरस्कार सन् १९७१ ई. में प्रदान किये हैं।
(इ) श्री जमुनाप्रसाद जैन, वरिष्ठ अध्यापक को भी उपरोक्त परिषद द्वारा छात्र वाणिज्य बैक (Students Bank an Experimental Project) विषय पर उच्च स्तरीय निबन्ध लिखने पर ५०० रुपयों का राष्ट्रीय पुरस्कार सन् १९७३ ई० में प्रदान किया है।
(ई) विद्यालय को पाली जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा पाली जिले में सन् १९७५-७६ में बुक बैंक में सर्वाधिक धनराशि जमा कराने में प्रथम आने का प्रमाण-पत्र विद्यालय के प्रधानाध्यक श्री भंवरलाल आच्छा को दिया है।
(उ) श्री तख्तमल इन्द्रावत सहायक अध्यापक को राजस्थान सरकार के पाली जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा उनकी सेवाओं का सम्मान करते हुए "श्रेष्ठ शिक्षक" की उपाधि का प्रमाण-पत्र शिक्षक दिवस ५ सितम्बर सन् १९७६ को प्रदान किया गया।
(ऊ) माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा आयोजित परीक्षाओं के परिणाम उच्चतर रहने पर जिला शिक्षा अधिकारी पाली द्वारा विद्यालय के सम्बन्धित विषय के विभिन्न शिक्षकों को समय-समय पर सराहना-पत्र प्रदान किये जाते हैं। इस विद्यालय के शिक्षकों को ऐसे सराहना-पत्र प्राप्त होना आम व सामान्य बात हो गई है। इस तरह के सर्वाधिक सराहना-पत्र विद्यालय के १७ शिक्षकों को सन् १९७५-७६ में प्राप्त हुए हैं।
(ए) श्रेष्ठ शिक्षकों को संस्था द्वारा भी समय-समय पर सम्मानित किया जाता है।।
विद्यालय सम्मान एवं उपलब्धियाँ-विद्यालय के शिक्षकों को ही नहीं अपितु सामूहिक रूप से सुमति शिक्षा सदन उच्च माध्यमिक विद्यालय को भी विभिन्न क्षेत्रों में सम्मान प्राप्त होते रहे हैं। इन सम्मानों के अतिरिक्त विद्यालय की अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय व गौरवपूर्ण उपलब्धियाँ भी रही हैं, उन सबका संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है -
(१) सत्र १९७६-७७ में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर के उच्च माध्यमिक परीक्षा के विज्ञान वर्ग में राजस्थान के समस्त ग्रामीण विद्यालयों में से इस विद्यालय का परीक्षा परिणाम सर्वोच्च रहने से इसे श्री बी० पी० जोशी शील्ड प्राप्त हुई है।
(२) विद्यालय को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान द्वारा आन्तरिक मूल्यांकन योजना के कार्यान्वयन में प्रथम आने का प्रमाण-पत्र सन् १९७७ ई० में प्राप्त हुआ।
(३) विद्यालय को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान द्वारा ग्रामीण प्रतिभावना योजना के अन्तर्गत विज्ञान विषय में प्रथम आने से चल विजयोपहार सन् १९०७ ई० में प्राप्त हुआ।
(४) विद्यालय को पाली जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बोर्ड की उच्च माध्यमिक परीक्षा १९७८ में पाली जिले की विद्यालयों में प्रथम आने का प्रमाण-पत्र प्राप्त हुआ।
(५) क्षेत्रीय व पाली जिला स्तरीय खेल-कूद प्रतियोगिताओं में विद्यालय को जनरल चैम्पियनशिप तथा विभिन्न खेलों में विजेता व उपविजेता के पुरस्कार व सम्मान भी मिलते रहे हैं।
(६) इसी तरह के सम्मान व पुरस्कार क्षेत्रीय व जिला स्तरीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में भी प्राप्त हुए हैं।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org