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" णमो समणस्स भगवओ महावीरस्स" विश्वपूज्य प्रातःस्मरणीय सूरिशक्रचक्रवर्ती प्रभुश्री राजेन्द्र सूरीश्वर गुरुभ्यो नमः
श्री राजेन्द्र ज्योति
( श्रीमद् राजेन्द्रसूरि जन्म- सार्द्धशताब्दी ग्रन्थ )
आशीर्वचन श्रीमद्विजयविद्याचन्द्र सूरीश्वरजी म. प्रेरणा : मुनिश्री जयन्तविजयजी 'मधुकर' म
संपादक - मण्डल
डा. प्रेमसिंह राठौड़
प्रधान सम्पादक
सौभाग्यमल सेठिया, भंवरलाल छाजेड़ सुरेन्द्र कुमार लोढ़ा, वी. टी. वजावत
अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद्
वी. नि. सं. २५०३
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