________________
कियोद्धार प्रशस्ति-ताम्रपत्र
वि.सं. १९२५ आषाढ़ कृ. १० को क्रियोद्धार के समय त्यागे हए छड़ी, चामर, पालखी
आनि लो आज भी राजेन्द्र भवन, जावरा (मध्यप्रदेश) में संपूर्णतः सुरक्षित हैं
।।सदी। जावरानगरे । ।ईगात्राजितायन मः। संस।२५वा वारण जात्री रिजटय राजेंसूर नि:कियोकारक ततिःलीमादिश्व रखाशा।रातानिव स्तनित्तावाव तानिारयावरण ववरशसूरजमवि शबनधासुबासना
विजनिटमिनि श्रीषनवजारें। यवस्तमारसुजोकी इश्वेिदेवादिनांगे!
नेतथावाने घेलेतेफनेश्रीचौविसी जीनाल।। दजीपालमाश जयगानाक्षेत्रीजर
जावरा, वी.नि.सं. १९२५
क्रिोद्धार-स्थल श्री राजेन्द्रवट, जावरा
राजेन्द्र-ज्योति
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org