________________
Jain Education interational
मुक्त गगन में पंचरंगा लहराये। जैन जगत की गौरव गाथा गाये ॥ श्रीमान हस्तिमल जी मणौत ने ध्वजोत्तोलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया
मंगलाचरण करती हुई कोशीथल की कुमारिकायें
For Private &Personal Use Only
www.janelibrary.org
अभिनन्दन प्रेन्थ के सम्मान में एक भव्य चल समारोह का आयोजन ग्रन्थ के प्रबन्ध सम्पादक श्रीचन्द सुराना ग्रन्थ को हाथ में धारण किये शानदार जुलूस के साथ
प्रबन्ध सम्पादक श्री सुराना जी को मालार्पण कर ग्रन्थ प्राप्त करते हुए श्रीमान भूरालाल जी सूर्या (अध्यक्ष) तथा श्रीमान सोहनलाल जी भटेवरा