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वजन
पंचम खण
सुदूर अतीत-यौगलिक युग परम्परा से लेकर तीर्थंकर, गणधर, प्रभावक आचार्यों की पट परम्परा जैन इतिहास के अवक्रमण-उत्क्रमण का इतिहास तथा वर्तमान युग तक का प्रामाणिक एवं संक्षिप्त इतिवृत । श्री सौभाग्य मुनि जी की प्रवाहमयी लेखिनी व्दारा अंकित ।
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इतिहास + परम्परा
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