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31. लेखन के धनी
32. वे निराभिलाषी थे
33. वे निरासक्त थे
34. वे भय मुक्त थे
35. परम दयालु गुरूदेव
36. वे अजेय थे
37. वे सही अर्थों में मुनि थे
38. वे मनोविजेता
39. उन्होंने मानवभव सार्थक किया
40. भूले भटकों के आश्रय दाता थे
41. उन्होंने जीवन की क्षण........
42. वे सर्वप्रिय थे
43. वे सच्चे गुरू थे
44. वे सबका कल्याण चाहते थे
45. आप तीरे औरन को तारा
46. कुल का नाम उज्ज्वल किया
47. पुण्य स्मरण
48. अनुपम गुणों के धारक
49. कल्पना आज साकार स्वरूप में
50. मंगल कामना
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वर्तमान सन्दर्भ में आचार्य देव का प्रवचनसाहित्य
धरती पर सूरज उतरा
इतिहास आचार्यदेव
जीवन निर्माता गुरुदेव
आचार्यश्री का यात्रा साहित्य एक अनुशीलन
8.
संयम पथ पर बढ़ते कदम
9.
शास्त्रार्थ में प्रवीण आचार्य देव
10. आचार्य श्रीमद्विजययतीन्द्र सूरी जी द्वारा
रचित साहित्य एक वर्गीकरण
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कुशल प्रवचनकार आचार्य भगवन्
श्री अभिधान राजेन्द्र कोश और आचार्यश्री
अर्जुनप्रसाद, बाल्मीकि प्रसाद, मोहनखेडा
मोतीलाल बोहरा, इन्दौर
विमलचंद रूपचंद बजावत आहोर
महावीरचंद शांतिलालजी मूंथा, आहोर
सुमेरमल वांणीगोता, आहोर
शांतिलाल बजावत आहोर पारसमलजी वजावत, आहोर भीखचंद चोपड़ा, आहोर गणेशमल बजावत आहोर
मिश्रीमल नरपतराज, रीपटूर
श्रेणिक कुमार लुणावत, रतलाम
प्रकाशचंद लोढ़ा, खाचरौद
कमलराज संघवी,
सूरत जेठमल रूणवाल, जावरा
राजमल लुक्कड़, जावरा
'शांतिलाल सिसौदिया, जावरा
लक्ष्मीचंद सरोज, जावरा
आनंदीलाल धाड़ीवाल, मोहनखेड़ा
संतोष मामा, राजगढ़
मानव मुनि इन्दौर
व्यक्तित्व-कृतित्व
मुनिराज श्री सौभाग्यविजयजी
मुनिराज श्री जयप्रभविजयजी श्रमण
मुनिराज श्री लेखेन्द्रविजय
मुनि श्री ऋषभचन्द्रविजयजी विद्यार्थी
मुनि हितेशचन्द्रविजयजी 'श्रेयस'
मुनि दिव्यचन्द्रविजयजी 'सुमन' गुरुणजी मुक्ति श्रीजी म.
साध्वी श्री जयन्त श्रीजी
साध्वी संघवण श्रीजी
साध्वी श्री तत्त्वलोचना श्रीजी
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