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-यतीन्द्रसूरिस्मारक ग्रन्ध - इतिहास१०५ १५३४ वैशाख वदि १३ सोमकीर्तिसूरि
पार्श्वनाथ जिनालय, मुनि कान्तिसागर सोमवार के पट्टधर
भद्रावती
जैन-धातु-प्रतिमा-लेख, वारवेन्द्र (वीरचन्द्र) सूरि
भाग-१, लेखाङ्क २२७ १०६. १५३७ ज्येष्ठ वदि ४ सोमकीर्तिसूरि धर्मनाथ की धातु की संभवनाथ देरासर मुनि बुद्धिसागर, पूर्वोक्त,
मंगलवार के पट्टधर चारुचन्द्रसूरि प्रतिमा का लेख झवेरीवाड़, अहमदाबाद भाग-१, लेखाङ्क ८४२ १०७. १५३८ वैशाख वदि ५ रत्नदेवसूरि के पट्टधर चन्द्रप्रभ की धातु की आदिनाथ का बड़ा चैत्य, लोढ़ा, पूर्वोक्त,
बुधार अमरदेवसूरि प्रतिमा के लेख थराद
लेखाङ्क २१३ १५४० मार्गशीर्ष सुदि ५ सोमकीर्तिसूरि वासुपूज्य की धातु विमलनाथ जिनालय नाहटा, पूर्वोक्त,
के पट्टधर चारुचन्द्रसूरि की प्रतिमा का लेख कोचरों का चौक, बीकानेर लेखाङ्क १५८३ १५४२ वैशाख सुदि ९ सोमकीर्तिसूरि आदिनाथ की पाषाण शांतिनाथ जिना; वही, लेखाङ्क २५३६
की प्रतिमा का लेख हनुमानगढ़, बीकानेर - वैशाख वदि १० सोमदेवसूरि पार्श्वनाथ की धातु की पार्श्वनाथ देरासर, बुद्धिसागर, पूर्वोक्त, शुक्रवार प्रतिमा का लेख अहमदाबाद
भाग-१, लेखाङ्क ९१९ ११. १५४८
कार्तिक सुदि ११ सोमदेवसूरि धर्मनाथ की जैनमंदिर, पंजाबी शत्रुञ्जयवैभव गुरुवार
प्रतिमा का लेख धर्मशाला, पालिताना लेखाङ्क २४३ चन्द्रप्रभ की बड़ा मंदिर, वही, लेखाङ्क २४१, प्रतिमा का लेख पालिताना
एवं नाहर, पूर्वोक्त, भाग-१,
लेखाङ्क ६७५ ___ ११३. १५५८ माघ सुदि ५ गुणदेवसूरि के
शांतिनाथ देरासर, बुद्धिसागर, पूर्वोक्त, भाग-१, बुधवार संतानीय रत्नदेवसूरि
ऊँझा
लेखाङ्क २१३ ___ १५५९ माघ सुदि १० भुवनकीर्तिसूरि श्रेयांसनाथ की धातु आदिनाथ जिना; अदाचलप्रदक्षिणाजैनलेख.
की प्रतिमा का लेख बासा, सिरोही संदोह, लेखाङ्क ५५३ ___ वैशाख सुदि ७ "
अजितनाथ की धातु वीर जिनालय, नाहटा, पूर्वोक्त, की प्रतिमा का लेख बीकानेर
लेखाङ्क १३६८ ११६. १५७९ तिथिविहीन वीरदेवसूरि के पट्टधर संभवनाथ की धातु संभवनाथ देरासर, बुद्धिसागर, पूर्वोक्त, भाग-१,
पासदेवसूरि का प्रतिमा का लेख कड़ी
लेखाङ्क ७३७ ११७. १५९१ वैशाख वदि २ वीरचन्द्रसूरि शीतलनाथ की धातु पार्श्वनाथ देरासर वही, भाग-१, सोमवार
की प्रतिमा देवसानो पाडो, लेखाङ्क १०८२
का लेख अहमदाबाद, ११८. १५९१ " "
सुमतिनाथ की धातु अजितनाथ जिना, वही, भाग-१,
की प्रतिमा का लेख शेखनो पाडो, अहमदाबाद लेखाङ्क १००२ ११९. १५९१ वैशाख वदि ६ विजयदेवसूरि पार्श्वनाथ की प्रतिमा कपडवज का मंदिर शत्रुञ्जयवैभव, शुक्रवार
का लेख शत्रुञ्जय
लेखाङ्क २८५ अभिलेखीय साक्ष्यों की पूर्वोक्त सूची से यद्यपि चैत्रगच्छीय अनेक मुनिजनों के नाम ज्ञात होते हैं, किन्तु उनमें से कुछ के पूर्वापर संबंध ही स्थापित हो पाते हैं, जो इस प्रकार हैं---
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