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10. नियुक्ति साहित्य : एक परिचय 11. भाष्यकार : एक परिशीलन 12. छेदसूत्र एक अनुशीलन 13. भाष्य और भाष्यकार 14. कीर्ति कौमुदी में प्रयुक्त छन्द 15. जैन आगामों की मूल भाषा : अर्धमागधी या शौरसेनी 16 प्राकृत महाकाव्यों में ध्वनितत्व 17. अर्धमागधी आगम साहित्य : एक विमर्श 18. आगम साहित्य में प्रकीर्णको स्थान महत्व 19. नियुक्ति साहित्य : एक पूनर्चिन्तन 20. आचारांगसूत्र : एक विश्वलेषण 21. रामपुत्त या रामगुप्त सूत्र : कृताङ्ग के संदर्भ में 22. अंतकृतदशा की विषय वस्तु : एक पुनर्विचार 23. प्रश्न व्याकरण सूत्र की प्राचीन विषय वस्तु की खोज
डॉ. श्री प्रकाश पाण्डेय समणि कुसुमप्रज्ञा मुनिदुलहराज डॉ मोहनलाल मेहता डॉ अशोककुमार सिंह डॉ. सागरमल जैन डॉ. रंजन सूरिदेव डॉ. सागरमलजी जैन डॉ. सागरमलजी जैन डॉ. सागरमलजी जैन डॉ. सागरमलजी जैन डॉ. सागरमलजी जैन डॉ. सागरमलजी जैन डॉ. सागरमलजी जैन
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जैन दर्शन
1. जैनयोग का तत्वमीमांसीय आधार 2. जैन दर्शन का परमाणुवाद 3. जैन परमाणुवाद और विज्ञान
संभाष्य तत्वार्थाधिगम सूत्र में प्रत्यक्षप्रमाण
जैन-तर्क में अनुमान 6. जैन दर्शन में मानववादी-चिन्तन 7. आचार्य कुन्दकुन्द का मौलिक चिन्तन 8. जैन आचार में उत्सर्ग मार्ग और अपवाद मार्ग 9. जैन-धर्म में प्रायश्चित एवं दण्ड-व्यवस्था 10. नीति मानवता वादीसिद्धान्त और जैन आचार दर्शन 11. जैन आचार में अचेलकत्व और सचेलकत्व का प्रश्न 12. जैन नीति दर्शन की सामाजिक सार्थकता 13. श्रावक आचार की प्रासङ्गीत्कता का प्रश्न
डॉ सुधा जैन प्रो. डॉ. लालचन्द जैन डॉ. रज्जनकुमार डॉ. प्रकाश प्रमाण डॉ. वशिष्ठनारायण सिंह डॉ. विजयकुमार डॉ. ऋषभचन्द्र जैन फौजदार डॉ. सागरमलजी जैन डॉ. सागरमलजी जैन डॉ. सागरमलजी जैन डॉ. सागरमलजी जैन डॉ. सागरमलजी जैन डॉ. सागरमलजी जैन
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