________________
श्रद्ध य युवाचार्य श्री मधुकर मुनिजी म.सा.
की
अंतेवासिनो, काश्मीर-प्रचारिका, प्रवचन-शिरोमणि,
मालवज्योति अध्यात्मयोग-साधिका,
परम विदुषी महासती श्री उमरावकुंवरजी म. सा. 'अर्चना'
की दीक्षा-स्वर्ण-जयन्ती
उपलक्ष्य में बहुमानार्थ समर्पित
ASHunt
अर्चनार्चन
व्यवस्थासमिति एवं प्राप्तिस्थान मुनि श्री हजारीमल-स्मृति-प्रकाशन
पीपलिया बाजार, ब्यावर (राजस्थान)
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org