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संघ- परिचय
(एक परिचय)
जैन समाज की गतिविधियों का जयपुर एक प्रमुख केन्द्र रहा है । धार्मिक एवम् सामाजिक कार्यों के संचालन हेतु यहाँ कई संस्थायें कार्यरत हैं । इन संस्थाओं में इस संस्था का प्रमुख स्थान है ।
श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ, जयपुर
इस संघ को महान साधु-साध्वियों की भक्ति का लाभ हमेशा प्राप्त होता रहा है। परम पूज्य प्रवर्तिनी महोदया श्री सज्जन श्रीजी म० सा०, प्रधान पद विभूषिता श्री अविचल श्रीजी म० सा०, विनयमूर्ति श्री विनीताश्रीजी म० सा०, परम पूज्य श्री कमलाश्रीजी, दर्शनाचार्य श्री शशीप्रभाश्रीजी म० सा०, श्रीनिर्मला श्रीजी म० सा० आदि ठाणा की भक्ति का लाभ काफी समय से संघ को प्राप्त हो रहा है !
संघ द्वारा समय-समय पर पूजन, साधर्मीवात्सल्य, दादा-मेला आदि का आयोजन किया
जाता है ।
संघ द्वारा संचालित विभिन्न कार्यों का संक्षिप्त वर्णन निम्न प्रकार है :
१. श्री शिवजीराम भवन :
इस भवन में धार्मिक कार्यक्रमों के अलावा कई सामाजिक कार्यक्रम भी होते हैं । इस भवन का नवीनीकरण कराया जा रहा है । अब तक नई आयंबिल शाला व बर्तन विभाग बनकर तैयार हो गये हैं । पूर्व में जो छत पर टीनसेड था उसकी जगह पक्की छत का निर्माण हो चुका है। दूसरी मंजिल पर एक भव्य व्याख्यान हाल के निर्माण की योजना है। भवन में स्थाई भोजनशाला शुरू करने पर भी बिचार चल रहा है ताकि बाहर से आने वाले जैन बंधुओं को शुद्ध आहार का लाभ प्राप्त हो सके । यात्रियों के ठहरने के लिये नये कमरों का निर्माण कराया गया है ।
२. श्री सुपार्श्वनाथजी का बड़ा मंदिर :
यह जिनमंदिर जयपुर नगर के प्राचीन भव्य व अलभ्य कलाकृतियों का रूप तो है ही, साथ में संघ का धार्मिक दृष्टि से सर्वोत्कृष्ट स्थान है । इसके पास की 'नायला हवेली' संघ ने खरीद ली है और कब्जा भी ले लिया है । मंदिर और नायला हाउस को मिलाकर मंदिर के विस्तार की योजना विचाराधीन है। नायला हाऊस के धार्मिक व सामाजिक उपयोग हेतु निर्माण की रूप-रेखा तैयार की जा रही है ।
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