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सौम्यगुणाश्री जी, शुभदर्शनाश्री जी. तत्वदर्शनाश्री जी, जयश्री जी,
दिव्यदर्शनाश्री जी, शीलगुणानी जी, सम्यग्दर्शनाश्री जी, मुदितप्रज्ञाश्री जी द्वितीय पक्ति:
शशिप्रभाश्री जी, पूज्य प्रवर्तिनी सज्जनश्री जी महाराज प्रियदर्शनाश्री जी म. सा. तृतीय पक्ति:
कनकप्रभाश्री जी, श्रुतदर्शनाश्री जी.
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पवर्तिनी थी सज्जनश्री जी महाराज शिष्या मण्डली के साथ