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________________ सर्वतोमुखी व्यक्तित्व टिंडीवनम, अचरापाकम, मन्दुरान्तकम्, चंगलपेट, पेरुमाल तथा 'उपवास आराधना दिवस' के रूप में मनाई गई। कोईल, गुडवान्चेरी, ताम्रम, क्रोमपेट होते हुए पलावरम नेत्र चिकित्सा शिविर, कई जरूरत मंद बहनों को पधारे वहाँ पर खंभात सम्प्रदाय के श्री कमलेश मुनि जी, सिलाई-मशीनें, पोलियो ग्रस्त बच्चों को जरूरत मंद उपकरण श्री प्रकाश मुनि जी म. का सम्मिलन हुआ। खरीदने में सहायतार्थ राशि प्रदान की गई। पलावरम् से आलन्दूर सैदापेट होते हुए टी.नगर ___एक स्वधर्मी बंधु के हृदय शल्य चिकित्सा के लिए (माम्बलम) चातुर्मासार्थ पधारे। माम्बलम् वासियों ने अत्यन्त ५० हजार रुपए की राशि संघ की ओर से प्रदान की ठाठ से आप श्री का चातुर्मास प्रवेश कराया। धर्म जागरणा गई। एक संगीत प्रतियोगिता का आयोजन भी इस प्रसंग होने लगी। यथा समय धार्मिक क्रियाएँ होने लगी। पर हुआ। “आत्मसिद्धि शास्त्र" पर आप श्री के प्रवचनों से परम श्रद्धेय गुरुदेव ने मरुधर केसरी जी महाराज लोगों में अपूर्व उत्साह नजर आया। की जयंति पर उनकी जीवनी पर सुन्दर प्रकाश डाला। तत्त्वचर्चा के माध्यम से तत्त्वार्थ सत्र का आपश्री अपने प्रवचन में मुनि श्री जी ने कहा - सप्तकुव्यसनों के तत्त्व जिज्ञासुओं को अध्यापन कराते थे। सेवन से जैन समाज पृथक् रहे। वर्षावास के पावन क्षणों में शुक्ल प्रवचन भाग ३ चातुर्मास काल में कोयम्बटूर, बिल्लीपुरम्, नेहरू बाजार का विमोचन डॉ. इन्दरराज जी वैद द्वारा किया गया। __ आदि मद्रास के श्रावक संघ आगामी चातुर्मास के लिए आनन्द जयन्ति, मरुधर जयन्ति, जय आत्म शुक्ल जयन्ति एवं साहूकार पेठ, वेपेरी, आयनावरम्, सैदापेठ, अन्नानगर आदि तप त्याग पूर्वक मनाई गई। साध्वियां जी श्री आदि अनेक उपनगरों के श्रावक संघ क्षेत्र स्पर्शन की कंचनकंवरजी चिन्ताद्रिपेट, एवं श्री अजीत कंवरजी म. विनति लेकर गुरुदेव श्री के चरणों में उपस्थित हुए। अन्ना नगर ने भी तपश्चरण किया। मुनिश्री जी भी वहाँ माम्बलम् चातुर्मास समाप्ति के पश्चात् आप श्री वेपेरी २ पधारे। साहूकारपेठ में साध्वी श्री विरागदर्शनाजी ने पधारे, वहां आप श्री जी एवं युवाचार्य डॉ. श्री शिवमुनिजी म. की पावन सन्निधि में श्रमण संघीय साधु-साध्वियों की भी तपस्या की। एक संगोष्ठी हुई। इसमें युवाचार्य श्री ठाणे ३, मंत्रीवर्य सप्त दिवसीय धार्मिक शिक्षण शिविर भी समायोजित जी महाराज ठाणे २, श्री प्रमोदसुधा जी म. ठाणे १७ श्री हुआ । कम्बल वितरण, कृत्रिम पाँव वितरण, हार्ट आप्रेशन/ अजितकुंवर जी म. ठाणे ५ ने भाग लिया। विषय था - निरीक्षण के जनोपयोगी, मानवसेवी कार्यक्रम भी समायोजित "-धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए मध्यम मार्ग की हुए। भूकम्प पीड़ितों हेतु एक लाख ३१ हजार रुपये का आवश्यकता"। चैक गवर्नर को प्रदान किया। तदनंतर "गेलड़ा गार्डन" में सामूहिक सम्भाषण हुए। माम्बलम वर्षावास विषय थे- चातुर्मास की सार्थकता आदि-आदि । श्रमण सूर्य मरुधर केसरी श्री मिश्री मल जी म. की नई पीढ़ी को धार्मिक संस्कार जन्म जयन्ति श्रमण संघीय सलाहकार मंत्री मुनि श्री सुमन गेलड़ा गार्डन में ही साहूकार पेठ संघ ने स्व. युवाचार्य कुमार जी म. के पावन सान्निध्य में 'नशा निषेध दिवस' श्री मिश्री मल जी म. की नौवीं पुण्यतिथि के लिए विनति Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012027
Book TitleSumanmuni Padmamaharshi Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhadreshkumar Jain
PublisherSumanmuni Diksha Swarna Jayanti Samaroh Samiti Chennai
Publication Year1999
Total Pages690
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size24 MB
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