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________________ सर्वतोमुखी व्यक्तित्व बाजार वहाँ है एक किलो मीटर भी नहीं है। दो चातुर्मास कंवरजी आदि ठाणा ३ के सान्निध्य में हुआ। शोभास्पद नहीं हैं साथ ही वे साध्वी भी श्रमण संघ की ही इन अवसर पर विशेष अतिथियों के रूप में पारसमल हैं इसलिए विवशता है। माम्बलम् श्री संघ को स्थानक के जी चौरड़िया, श्री जसवन्तमल जी सेठिया, श्री किशनचन्द उद्घाटन की स्वीकृति दे दी। जी चौरड़िया, श्री सुरेन्द्र भाई मेहता, श्री सी.एल. मेहता गुडियातम के वाद विहार यात्रा पुनः प्रारम्भ हुई। आदि आदि नगर के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। पेरनापेट विरंजीपुरम् के.वी. कुप्पम होते हुए वेलूर पहुँचे। माम्बलम श्री संघ की ओर से मुख्य अतिथि श्री श्रीपालजी सभी जगह-४-४, ५-५ घर हैं सेवाभावी हैं। वेलूर वालों जैन का एक मेमोण्टो एवं अन्य अतिथियों का चन्दन की ने ठहरने का आग्रह किया परन्तु महाराज श्री ने विवशता माला एवं शाल द्वारा सन्मान किया गया। जाहिर की कि टी.नगर उद्घाटन पर पहुंचता है २८ सर्व प्रथम मंगलाचरण तथा बालिकाओं के मंगल जनवरी को १४० कि.मी. है। उनको महावीर जयन्ति का ___गीत से सभा का शुभारम्भ हुआ। सी आश्वासन देकर विहार किया। वेलूर के वालाजाबाद, बालचेटी छतरम, राजकुलम, चुंगाछतरम्, श्री पेरम्बूदूर जैन स्थानक के निर्माण में योगदान देनेवाले सभी गए वहाँ से पुनमली आए यहाँ स्थानक है २० घर हैं। सदस्यों, संघ, के अधिकारियों, कॅलेक्शन कमेटी, निर्माण श्रीदलीचन्द जी कवाड़ आदि परम सेवा भावी हैं। वहाँ से समिति के सदस्यों ट्रस्ट के चेयरमैन, मैनेजिंग ट्रस्टी आदि पोरूर, विरगमपाकम, वड़पलनी पहुंचे। यहाँ जैन स्थानक तथा युवा इन्जीनियर श्री उत्तम चंद जी गोठी जिन्होंने यह एवं जैन भवन है। जैन भवन में तपस्वी श्री गणेशीलाल स्थानक भवन तैयार करवाया था, सबका अभिनन्दन किया गया। जी म. सा. की पुण्य तिथि मनाई गई। स्थानक उद्घाटन के सुवसर पर ही आरकोणम वाले मुख्य अतिथि एवं विशेष अतिथियों के भाषण हुए। होली चातुर्मास की विनती लेकर आए म. श्री ने स्वीकृति साध्वी श्री आदर्श ज्योतिजी एवं कंचन कंवरजी ने स्थानक प्रदान की। की भव्यता का विषद वर्णन किया। मुनि श्री शैलेष जी, मुनि श्री सुमन्तभद्रजी, श्री शिरीषमुनिजी ने संक्षिप्त में माम्बलम मद्रास के नये स्थानक का उद्घाटन, स्थानक की उपयोगिता के बारे में बताया। श्रमणसंघीय सलाहकार, मंत्री श्री सुमनमुनि जी का इसी के साथ श्रमण संघीय सलाहकार मंत्री श्री सुमनमुनि ५८वां जन्म-जयन्ति महोत्सव जी म. सा. की ५८वीं जन्म जयन्ती के उपलब्ध में सभी दिनांक २६-१-६३ को प्रातः काल ६ बजे माम्बलम, वक्ताओं ने अपने-अपने विचार एवं मंगल कामनाएं प्रकट मद्रास के नव निर्मित स्थानक का उद्घाटन मद्रास के करके पूज्य गुरुदेव श्रीजी के दीर्घ आयुष्य की कामना डाईरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस श्री श्रीपालजी जैन के कर प्रकट की। श्री संघ की ओर से इस वर्ष के चातुर्मास की कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। यह उद्घाटन युवाचार्य प्रवर विनती को पुनः दोहराते हुए प्रार्थना की। श्री डॉ. शिवमुनिजी आदि ठाणा ४, श्रमण संघीय सलाहकार इस जन्म जयन्ती के पुनीत अवसर पर भगवान मंत्री श्री सुमनमुनि जी म. आदि ठाणा २ महासती श्री महावीर जैन स्वाध्याय पीठ की स्थापना हुई। जिसमें आदर्श ज्योतिजी आदि ठाणा ५, महासती श्री कंचन मद्रास नगर के एक गुप्त दानी पुरुष ने सर्व प्रथम एक ८७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012027
Book TitleSumanmuni Padmamaharshi Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhadreshkumar Jain
PublisherSumanmuni Diksha Swarna Jayanti Samaroh Samiti Chennai
Publication Year1999
Total Pages690
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size24 MB
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