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३-७. सुख शांति की प्राप्ति का उपाय : सहज राजयोग ३.८. पूर्ण स्वास्थ्य के लिये योगाभ्यास ३-९. आचार्य हरिभद्र की आठ योग दष्टियाँ ३-१०. साइंटिफिक स्टडीज इन योग ३-११. णमोकार मंत्र और मनोविज्ञान ३-१२. जैन शास्त्रों में मंत्रवाद ३-१३. मंत्रयोग और उसकी सर्वतोभद्र साधना
ब्रह्माकुमारी सुनीता बहन स्वामी निरंजनानंद सरस्वती सतीश मुनि डा० एम० एल० घारोटे (स्व०) डा० नेमचंद्र शास्त्री प्रकाश चंद्र सिंघाई डा. रुद्रदेव त्रिपाठी
१७० १७५ १७९ १८३ १९२ १९७ २११
२१७
२२८
२३४
२३८
खंड ४--जैन विद्याओं में वैज्ञानिक तथ्य :समीक्षण ४-१. ज्ञान प्राप्ति की आगमिक एवं आधुनिक विधियों का
तुलनात्मक समीक्षण ४-२. जैन शास्त्रों में वैज्ञानिक संकेत ४-३. वर्ण : पदार्थ का एक अभिन्न गुण ४-४. जैन थ्योरी आव स्कंधाज ऑर मोलीक्यूल्स ४-५. जीव विचार प्रकरण और गोम्मटसार जीव कांड ४-६. जैन शास्त्रों में आहार विज्ञान ४-७. शाकाहारी आहारों से ऊर्जा ४-८. जैन सिद्धान्तों के संदर्भ में वर्तमान आहार विहार ४-९. सिमिलरिटीज वीटबीन जैन एस्ट्रोनोमी ऐंड वेदांग ज्योतिष ४-१०. जैनाचार्य नागार्जुन ४-११. कवि हस्तिरुचि और उनकी वैद्यक कृतियाँ ४-१२. रोगोपचार में ग्रह शांति एवं धामिक उपायों का योगदान ४-१३. दार्शनिक गणितज्ञ आचार्य यतिवृषभ की कुछ
गणितीय निरूपणायें
डा० एन०एल० जैन पं० जगन्मोहन लाल शास्त्री डा० अनिल कुमार जैन एन० एल० जैन कु० अंबर जैन डा० एन० एल० जैन डा० मधु ए. जैन डा० राजकुमार जैन । डा० एस० एस० लिश्क प्रो० एम० एम० जोशी डा० आर० पी० भटनागर डा० जी० सी० जैन
२५३ २६७ २७९ २८७ २९४
२९८
३०१ ३०५
प्रो० अनुपम जैन
३१७
३२४
खंड ५ - इतिहास एवं पुरातत्त्व ५-१. मिथिला और जैन मत
प्रो० उपेन्द्र ठाकुर ५-२. जिन मूर्ति लेख विश्लेषण : तीर्थंकर मान्यता एवं __ भट्टारक परंपरा
डा० एन० एल० जैन ५-३. जैन संस्कृति प्रतिष्ठापक-आचार्य कुंदकुंद व्रात्य थे गोरावाला खुशालचंद्र ५-४. जैनों का सामाजिक इतिहास
डा० विलास ए० संगवे ५-५. रीवा के कटरा जैन मंदिर की मूर्तियों पर प्रशस्तियाँ पुष्पेन्द्र कुमार जैन ५.६. बीसवीं सदी की एक जनेतर जैन विभूति : कुं० दिग्विजय सिंह डा० के० एल० जैन ५-७. पौरपाट (परवार) अन्वय--१
पं० फूलचंद्र सिद्धान्तशास्त्री ५.८. सिद्धक्षेत्र कुंडलगिरि
फूलचंद्र शास्त्री
३४३ ३४६ ३५१
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