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अध्यात्मयोगिनी महासती श्री कनकुवंर जी म.सा. की
पाँच कहानियाँ
संकलन :- विदुषी महासती श्री कंचन कुवंरजी म. सा.
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अध्यात्मयोगिनी (स्व.) महासती श्री कानकुवंरजी म.सा. अपने श्रोताओं को मारवाड़ी भाषा में कुछ कहानियां अपनी विशिष्ट शैली में सुनाया करते थे । श्रोतागण इन कहानियों का रसास्वादन लेते लेते मंत्र मुग्ध हो जाया करते थे। जिन्होंने स्व. महासतीजी के श्रीमुख से ये कहानियां सुनी है, वे इस तथ्य से भलीभांति परिचित है। स्व. महासतीजी की विदुषी सुशिष्या श्री कंचनकुवंरजी म.सा. ने बड़ा प्रयास करके पांच कहानियां हिन्दी, मारवाड़ी मिश्रित भाषा में लिखकर तैयार की। हम इन्हें यहाँ वैसी की वैसी ही प्रकाशित कर रहे हैं।
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