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महासती श्री कानकुंवर जी म. के देवलोक होने का समाचार सुनते ही संवेदना प्रकट करने आए उपाध्याय श्री केवल मनि जी म. एवं उपाध्याय श्री विशाल मुनि जी म. अपने शिष्यों के साथ।
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सांत्वना प्रकट करने के लिए पेरम्बूर से पधारी साध्वीजी, महासती श्री कानकुंवर जीम, की शिष्याओं के साथ।