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साध्वारत्नपुष्पवती अभिनन्दन ग्रन्थ
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सन्दर्भ पन्थ सूची 1. (अ) पंचसंग्रह, प्राकृत, 1-109
(ब) चारित्रसार, 89-1 2. सर्वार्थसिद्धि, 6-4-320-9 3. (अ) राजवात्तिक, 2-6-2-108-28
(ब) योगसार, अपभ्रश, 9-40 4. कषाय पाहुड, 1-1, 13.14, 287-322-1 5. (अ) सर्वार्थसिद्धि, 8-9.386-4
(ब) राजवात्तिक, 8-9, 15-574-27
(स) बृहद्नयचक्र, 308 6. (अ) तत्त्वार्थपूत्र 8-9
(ब) पंचाध्यायी उत्तरार्द्ध, 1077 7. (अ) द्रव्य संग्रह, 13-38-1
(ब) कषाय पाहुड, 1-1, 13-14 (स) धवला, 8-3, 6-21
8. भगवती सूत्र, शतक 12-305 9. जैन आचार: सिद्धान्त और स्वरूप, देवेन्द्र मुनि,
शास्त्री, पृष्ठ 624 10. भगवती सूत्र, 1-12, 305 11. अमृत पत्र, डा. महेन्द्रसागर प्रचंडिया, पृष्ठ 2
तथा 3 12. भगवती सूत्र, 12-5-4 13. अमृत पत्र, डा. महेन्द्रसागर प्रचंडिया, पृष्ठ 3
तथा 4 14. भगवती सूत्र, शतक 12 15. तत्त्वार्थसार, अमृतचन्द्राचार्य 16. जैन आचार : सिद्धान्त और स्वरूप, देवेन्द्र मुनि,
पृष्ठ 632 17. अमृत पत्र, डा. भहेन्द्रसागर प्रचंडिया, पृष्ठ 5-6 18. दशवकालिक अध्याय 8, सूत्र गाथा 38-39 19. समाधि शतक, आचार्य पूज्यपाद, श्लोकांक 5
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कषाय कौतुक और उससे मुक्ति : साधन और विधान : डॉ० महेन्द्र सागर प्रचंडिया | १३१
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