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श्रीमती धर्मानुरागिनी सौ० प्रसन्नकंवर ज्ञानचन्दजी तातेड़, दिल्ली
दिल्ली
दिल्ली भारत की राजधानी है । राजधानी होने के कारण उसकी महिमा और गरिमा अतीत काल से हो रही है । ऐतिहासिक सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से उसका स्थान सदा अग्रगण्य रहा है । स्थानकवासी समाज के ज्योतिर्धर आचार्य श्री अमरसिंह जी महाराज ने वहाँ जन्म लेकर जहाँ अपने जीवन को धन्य बनाया, वहाँ उस परिवार को भी गौरवान्वित किया है । श्रीमान् ज्ञानचन्दजी सा० तातेड़ आचार्य श्री अमरसिंह जी म० के परिवार के एक जाने-माने सदस्य हैं ।
दिल्ली का तातेड़ परिवार सामाजिक और धार्मिक तथा व्यावसायिक क्षेत्र में सदैव अगुआ रहा है । जो परिवार कोठीवाल के नाम से जाना और पहचाना जाता है । श्रीमान् ज्ञानचन्द जी के पूज्य पिताजी का नाम श्री माणकचंदजी सा० तातेड़ व मातेश्वरी का नाम श्रीमती सर्बती देवी था । आप तीन भाई हैं - फूलचंदजी, कमलचंदजी, ज्ञानचंदजी तथा दो बहिनें - पदमाबाई और विमला देवी है ।
श्रीमान धर्मप्र ेमी परम गुरुभक्त ज्ञानचन्दजी माणकचन्दजी तातेड़
श्रीमान ज्ञानचन्दजी का पाणिग्रहण ब्यावर निवासी हीरालाल जी बोहरा की सुपुत्री सौ० धर्मानुरागिनी प्रसन्न कुंवर जी के साथ सम्पन्न हुआ । प्रसन्न कुंवर बहुत ही उदार हृदया महिला हैं । आपके दो सुपुत्र हैं- राजीव और भास्कर । दोनों भाइयों में राम और भरत की तरह परस्पर में प्यार है । और आपके चार सुपुत्रियाँ हैं—मन्जु, प्राची, नवरंग, बबीता ।
उपाध्याय श्री जी और उपाचार्य श्री जी के दिल्ली वर्षावास में तन, मन, धन से सेवा की, और प्रस्तुत ग्रन्थ के प्रकाशन में भी आपका हार्दिक अनुदान प्राप्त हुआ है ।
आपकी फर्म का नाम है मानकचन्द जैन गोटेवाल
२०४५ किनारी बाजार दिल्ली --६
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