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सहयोगी परिचय
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श्री जैन दिवाकर स्मृति-ग्रन्थ प्रकाशन निमित्त कोई स्थायी फण्ड या किसी संस्था विशेष का आर्थिक दायित्व अब तक हमने नहीं किया .
और न ही हम ऐसा चाहते । यद्यपि ग्रन्थ के सम्पादन-प्रकाशन का गुरुतर व्यय सामने था। और सम्बल था कविरत्न श्री केवल मुनि जी महाराज की प्रेरणा-शक्ति का। हमें प्रसन्नता है कि स्व० गुरुदेव के भक्त वर्ग ने अपने श्रद्धेय के प्रति श्रद्धांजलि स्वरूप भक्ति और श्रद्धा पूर्ण हृदय से उदारता के साथ हमारा सहयोग किया, और स्मृति-ग्रन्थ प्रकाशन के व्ययसाध्य कार्य को सरल बनाया।
पं० मुनि श्री मूलचन्द जी महाराज ने भी इस कार्य के लिए कई सज्जनों को बलवती प्रेरणा दी। साथ ही देहली के उत्साही श्री नेमचन्द जी तातेड़ (चार्टर्ड एकाउण्टेण्ट) श्री ज्ञानचन्द जी तातेड़, श्री कमलचन्द जी घोडावत आदि ने भी अथक प्रयत्न करके सहयोगी बनाये । हम इन सब के स्नेहपूर्ण सहयोग के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। साथ ही उदार सहयोगियों का चित्र, परिचय व नामावली यहाँ क्रमपूर्वक : प्रकाशित की जा रही है ।
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