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मणिधारी श्री जिनचन्द्रमूरि
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हम डीनों में पत्र बिकापर ও কাম দেখা প্রস্তুত কৰ ২২:e +২৪
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"रासल श्रेष्ठी द्वारा मणिधारीजी को श्री जिनदत्तसूरि के चरणों में समर्पण
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शमलन
श्री जिन चल सरि जी महाराज वि.सं. १२०३ कान्गुन सुटी के दिन मजमेरनगर में प शिष्य सरासरनन्दन को अपने करकमला से दीक्षित कर रहे
सं० १२०३ फाल्गुन शुक्लाह के दिन अजमेर में श्री जिनदत्त सूरिजी' Jain Education International द्वारा मणिधारी जी को दीक्षित करनाnal use only
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