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१७० सर्वजीवशरीरावगाहनास्तव जिनवल्लभसूरि P / अभयदेवसूरि
जिनकी तिरि जिनसागरसूरिशाखा
१७१ सामायिककुलक
१७२ सिद्धिसप्तशतिका
१७३ सिद्धान्तबोल
१७४ सिद्धान्तसारोद्धार
१७५ सूक्ष्मार्थविचारसारोद्धार प्र० टिप्पणक
१७६
१७७ स्थण्डिल के १०२४ भांगे
१७८ स्याद्वादानुभव रत्नाकर
१
२
३
४
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५
६
७
८
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११
१२
१३
१४
१५.
१६
१७
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१८
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१६
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आत्मभावना
औपदेशिक प्रकरण
अष्टककरण टीका ( हारिभ० ) जिनेश्वरसूरि P/- वर्द्धमानसूरि
आत्मप्रबोध
लाभरि
पद्मोदय ( पन्नालाल ) लब्धिमुनि उ०
जिनेश्वरसूरि P / जिनपतिसूरि गुणविनयोपाध्याय P / जयसोम जिनसमुद्रसूरि P / जिनचन्द्रसूरि बेगड जिनरत्नसूर
जिनदत्तसूरि P / जिनवल्लभसूरि
जिनप्रभसूर P / जिनसिंहसूरि जिनेश्वरसूरि P / वर्द्धमानसूरि
हिन्दी अनुवाद
आत्मानुशासनम्
इन्द्रियपराजयशतक टीका
ईस र शिक्षा
उत्तमपुरुषकुलक
उपदेशकुलक
उपदेशकोष
उपदेशपद टीका
उपदेशमणिमाला
शिवचन्द्रोपाध्याय P / पुण्यशील
ज्ञानचन्द्र P1 सुमतिसागर
कमलसंयमोपाध्याय
जिनवल्लभसूरि P / अभयदेवसूरि
रामदेवगण P / जितवल्लभसूरि
पद्मराज P / पुण्यसाग रोपाध्याय चिदानन्द द्वि०
उपदेशमालास्तबक
उपदेश रसायन
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उपदेश मालावृहद्वृत्ति (धर्मदासीय) वर्द्धमानसूरि
उपदेशमाला - संस्कृतप० तथा स्तबक शिवनिधानोपाध्याय
उपदेशमाला बालावबोध
टीका
वर्द्धमानसूरि
जिनेश्वरसूरि P / वर्द्धमानसूरि
१२वीं ०
१६वीं ०
१६वीं
१७वीं०
१६वीं ०
१२वीं०
१२वीं ०
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अ० विनयवल्लभभारती
अ० अभय बीकानेर
अ० बालराप्राविप्रचित्तोड़
अ०
अ० हरिलोहावट, अनूपबीकानेर
१७वीं ०
१९५० अजमेरा मु०
मु०
उ०- गणधर सार्द्ध • वृहद्वृत्ति
१४ वीं०
१२ वीं०
१४ वीं
११ वीं
१०८० जालोर मु०
१८३३ मिनराबंदर मु० २० वीं ०
मु०
२० वीं ० मु० विनय १००४ १३वीं० अ० जेस० मं० हरिलोहावट १६६४
अ०
१८ वीं ०
अ० अभयबीकानेर
अ० जेसलमेरभंडार
ॐ० ख० जयपुर
१०५५
११ वीं ०
अ० जेसलमेरभंडार
११ वीं ० १६६० जोधपुर अ० वृद्धि जेसलमेर १६ वीं०
अ
सुन्दरोपाध्याय P / रत्नमूर्ति विमलकीर्ति P / . विमलतिलक
१६६६
अ० जेसलमेरभंडार
जिनदत्तसूरि P / जिनवल्लभसूरि १२ वीं० जिनपालोपाध्याय Py. जिनपतिसूरि १२९२
मु०
मु०
मु०
अ० जेसलमेरभंडार
अ० हरिलोहावट, अ० बी०
अ० हरिलोहावट
अ० अभयबीकानेर
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