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पंचम खण्ड : जैन साधना एवं मनोविज्ञान जैन साधना का रहस्य
श्री जमनालाल जैन जैन और बौद्ध साधना पद्धति
डा० भागचन्द्र 'भास्कर' मन : शक्ति, स्वरूप और साधना : एक विश्लेषण
डा० सागरमल जैन Jaina Mysticism
Dr. Kamal Chand Sogani लेश्या : एक विश्लेषण
__ देवेन्द्र मुनि शास्त्री आत्मज्ञान : कितना सच्चा, कितना झूठा ?
मुनि श्री नेमिचन्द्र जी जैनधर्म की वैज्ञानिकता और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के सन्दर्भ आचार्य डा० राजकुमार जैन स्वप्नशास्त्र : एक मीमांसा
मरुधरकेसरी प्रवर्तक मुनि श्री मिश्रीमलजी म० Characteristics of Jaina Mysticism
Dr. (Miss) Shanti Jain आध्यात्मिक साधना का विकासक्रम : गुणस्थान
देवेन्द्र मुनि शास्त्री श्रमण धर्म : एक विश्लेषण
श्री हीरा मुनि हिमकर Ahimsa : A Psychological Study
Dr. T. G. Kalghatgi आगमों के आलोक में-श्रावकाचार : एक परिशीलन
आर्या श्री चन्द्रावतीजी म० जैन साधना पद्धति में ध्यान
साध्वी दर्शनप्रभा षष्ठ खण्ड : जैन साहित्य : बहुरंगी परिवेश
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भारतीय साहित्य को जैन साहित्य की विशिष्ट देन
श्री अगरचन्द नाहटा जैन आगमों का व्याख्या साहित्य
श्री महेन्द्र मुनि 'कमल' Impersonal Universal Vision
Swami Nirmalananda पाश्चात्य विद्वानों का जैन विद्या को योगदान
डा. प्रेमसुमन जेन जैनविद्या के मनीषी प्रोफेसर आल्सफोर्ड
डा० जगदीशचन्द्र जैन प्राकृत एवं अपभ्रश का आधुनिक भारतीय आर्यभाषाओं पर प्रभाव
डा० महावीरसरन जैन The Logavijaya Niksepa and Lokavicaya
Dr. Bhatt श्री नेमिचन्द्रजी महाराज
देवेन्द्र मुनि शास्त्री हिन्दी जैन कवियों की छन्द योजना
डा. महेन्द्र सागर प्रचण्डिया Jain Sahitya in Kannada Literature
B. S. Sannaiah प्राचीन जैनाचार्य और रस-सिद्धान्त
डा० आनन्द प्रकाश दीक्षित जैन ज्योतिष साहित्य : एक चिन्तन
श्री कस्तूरचन्दजी म० जैन भूगोल पर एक दृष्टिपात
नेमीचन्द्र सिंघई Jain Literature in Kannada
Dr. B. K. Khadabadi हिन्दी जैन काव्य में योगसाधना और रहस्यवाद
डा० श्रीमती पुष्पलता जैन Some Amphibious Expressions in Umaswati
Dr. M. P. Marathe जैन रामकथा की पौराणिक और दार्शनिक पृष्ठभूमि
डा० गजानन नरसिंह साठे मराठी जैन साहित्य
डा० विद्याधर जोहरापुरकर Akalanka-As a Logician
Dr. T. G. Kalghatgi
सप्तम खण्ड : जैन संस्कृति श्रमण संस्कृति का उदात्त दृष्टिकोण
प्रो० श्रीरंजन सूरिदेव जैनदर्शन में समतावादी समाज रचना के आर्थिक तत्त्व
डा० नरेन्द्र भानावत अहिंसा : वर्तमान युग में
माणकचन्द कटारिया भारतीय साधना पद्धति में गुरुतत्त्व का महत्व
डा० न० चि० जोगलकर भगवान महावीर और विश्वशांति
श्री गणेश मुनि शास्त्री जैन राजनीति
__ डा० गोकुलचन्द्र जैन उत्तराध्ययन, गीता और धम्मपद : एक तुलना
पं० श्री उदयचन्द्र जैन-संस्कृति में ब्रह्मचर्य एवं आहार-शुद्धि
महासती श्री प्रियदर्शना
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