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मूख्तार : व्यक्तित्व और कृतित्व-छह
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प. पू. १०८ आचार्य श्री धर्मसागरजी महाराज को आहार कराते हुए पूज्य पण्डितजी
प. पु. १०८ प्राचार्यकल्प श्री श्रुतसागरजी महाराज व मुनि श्री वर्धमानसागरजी महाराज
के साथ स्वाध्याय संलग्न मुख्तार सा.
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