________________
मालवरत्न स्थविरपद-विभूषित पूज्य गुरुदेव उपाध्याय श्री कस्तूरचन्द जी महाराज
एवं
जैनागम तत्त्वविशारद, प्रवचन-प्रभाकर प्रवर्तक श्री हीरालाल जी महाराज के सुदीर्घ-चारित्र-पर्याय एवं संघ-सेवाओं के उपलक्ष में बहुमानार्थ समायोजित
मुनि द्वय अभिनन्दन ग्रन्थ
प्रकाशक श्री रमेश जैन साहित्य प्रकाशन समिति
गांधी कालोनी जावरा, (म० प्र०)
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org