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प्र० श्री हीरालालजी महाराज की जीवन रेखाएँ
-गणेश मुनि शास्त्री गुरु कस्तूर गुण पच्चीसी
-श्री रमेश मुनि सिद्धान्ताचार्य श्रद्धा सुमन
-श्री रंग मुनि शासन के सम्राट
-श्री सुरेश मुनि जय ज्योतिर्धर की
-अजीत मुनिजी 'निर्मल' यशमलयाद्रि सम महके महा
-एक श्रद्धालु भक्त मंगलकामना
-चन्दन मुनि शत-शत वन्दन
-बालकवि सुभाष मुनि अभिनन्दन हम करते हैं कस्तूर गुण ज्ञान
-मुनि विजय 'विशारद' हीरक चालीसा वन्दन !
-रतन मुनि महिमा महके
-तपस्वी अभय मुनि श्रमण संघ की थाती है
-श्री जिनेन्द्र मुनि काव्यतीर्थ चरण वन्दना वन्दना
-महासती मधुवाला
-कांतिलाल बाफना, हस्तीमल बोहरा मुनिद्वय अभिनन्दनम्
-राजेन्द्र मुनि शास्त्री दो काव्य
--कवि अभयकुमार 'यौधेय' गुरुगुण गान
-सती ज्ञानवती जी करते श्रद्धा अर्पित
-महासती प्रीतिसुधाजी अभिनन्दन शतशतवार
-कवि प्रियंकर मालवरत्न श्री कस्तूर
-विमलकुमार रांका गुरुदेव श्री कस्तूरचन्द जी महाराज के प्रति
--दौलतसिंह तलेसरा प्रवर्तक श्री हीरालाल जी महाराज के प्रति समर्पण
-श्री राजमल जी मेहता
-शांतिलाल मेहता तृतीय खण्ड : मालवा : ऐतिहासिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक गरिमा मालव इतिहास : एक विहंगावलोकन
-विद्यावारिधि डा० ज्योतिप्रसाद जैन मालवा : एक भौगोलिक परिवेश
-डा० बसन्त सिंह प्राचीन भारतीय मूर्तिकला को मालवा की देन -डा० भगवतीलाल राजपुरोहित मालव संस्कृति को जैनधर्म की देन
-डा० बसन्तीलाल बंग मालवा में जैनधर्म : ऐतिहासिक विकास
-डॉ० तेजसिंह गौड़ साहित्य एवं कला की पुण्य भूमि : मालवा
-रमेश मुनि, सिद्धान्ताचार्य मालव-संस्कृति में धार्मिकता के स्वर
-प्रो० श्रीचन्द जैन (उज्जैन) मालवा के श्वेताम्बर जैन भाषा कवि --साहित्य वाचस्पति श्री अगरचन्द नाहटा भगवान महावीर और मालवपति दशार्णभद्र
-मुनि भास्कर चतुर्थ खण्ड : धर्म, दर्शन एवं संस्कृति सम्यज्ञान: एक समीक्षात्मक विश्लेषण --
-मुनि रमेश, सिद्धान्ताचार्य भारतीय तत्त्व चिन्तन में जड़-चेतन का सम्बन्ध
-मुनि समदर्शी, प्रभाकर
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