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________________ अध्ययन पहेलं. (शस्त्र परिज्ञा ) अनुक्रमणिका. DB श्रुतस्कंध पहेलो. पहेलो उद्देश :- आत्मपदार्थ विचार तथा कर्मबंधहेतु विचार. वीजो उदेश : - पृथ्वी कायनी हिंसानो परिहार ( दुःखना अनुभव माटे अंधवधिरनुं दृष्टांत कलम १५ ) त्री जो उद्देश :- अप्कायनी हिंसानो परिहार. ११ चोथो उद्देश :- अग्निकायनी हिंसानो परिहार.. पांचमो उद्देशः- वनस्पतिकायनी हिंसानो परिहार.. १४ ( शरीरना साधर्म्यथी वनस्पतिमां जीव स्थापवानी युक्ति-कलम ४४ ) छट्टो उद्देश :- त्रस जीवोनी हिंसानो परिहार. पृष्ट a. x बीजो उद्देश :- पाप न करवां अने परीपह सठेवा एटलायी कं साधु नर्थ यवानुं. १. ८ ( त्रस जीवोनी हिंसाना हेतुओ - कलम ४४ ) सातमो उद्देशः - वायु कायनी हिंसानो परिहार. अध्ययन वजिं. (लोक विजय ) पहेलो उद्देश :- मात पिता वगेरे लोकने जीती संयम पाळवो. वीजो उ०- अरति टाळी संयममां द्रढ रहेवं. त्रीजो उ०- मानने टाळं तथा भोगमां रक्त न थं. चौथो उ०- भोगोथी रोगो थाय छे. पांचमी उद्देशः - विषय भोग त्यागीने लोक निश्राए आहारादिक लइने विचखं. ३७ छट्टो उदेशः -संगमार्थे लोकने अनुसरतां छतां तेनी ममता न करवी. ४२ अध्ययन श्रीजुं. (शीतेोष्णीय. ) पहेलो उद्देश :- परमार्थ सूनेला कोण ? बीजो उद्देश :- पापनां फळ तथा हितोपदेश. २१ २८ २८ ३१ ३४ २७ ܘ 53
SR No.011502
Book TitleAng 01 Ang 01 Acharang Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavjibhai Devraj
PublisherRavjibhai Devraj
Publication Year1906
Total Pages435
LanguagePrakrit, Gujarati
ClassificationBook_Gujarati, Agam, Canon, & Conduct
File Size17 MB
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