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________________ 498 २४. २०२ कडू २०४-९ राजमती जिनागमादि-लेखन-संरक्षणादि-प्रवृत्तिः। (श्रमण्यः ) अजितसुन्दरी गणिनी ३९७ भुवनसुन्दरी गुणश्री ३०९ मरुदेवी गणिनी जिनसुन्दरी गणिनी १९ महिमा गणिनी तिलकप्रभा गणिनी ३७ वा(ब)धुमति आर्यिका दूलजिया १८३-४ विनयश्री गणिनी देवसिरि गणिनी १८३ धर्मलक्ष्मी गणिनी महत्तरा श्रीमति गणिनी पद्मश्री महत्तरा ३०९ सुमेरुसुन्दरी महत्तरा बालमति गणिनी १२ संयमसिरि (श्राविकाः) आल्हू २१५,२४० मोषल्लदेवी आसदेवी २८४ मोहिणि(णी) १७६, ३०९, ३८७ आसलदेवी २३९ रंभा १५२ ३५८,३५९ गंगादेवी ६६ राज्यश्री ३४२, ३४३ ३७९ रूपल २२८ चांपल ३७४ लजिणि (लल्लिनी) ३८६ जालू १७६ लीलादेवी जासल २२ विंझी दूली २२७ देवसिरि ३९७ वील्हणदेवि ४०० धर्मिणि नीता( नीतल्ल )देवी ( राज्ञी) २८०-१ शोषी पल्हाई ३११ संतोष(षा) २३५, ३५४ पवइणि २३४ पातू ५०-५१ ८८, ८९ पूनमति सुगुणा ३२५ प्रीमति ३८२ प्रीमलदेवी ५०,५१ भाऊ २०२ २४३ माऊ ३२८ हादू २०२ 2013 ala ilai:315-tartj 1351o:11 गुणश्री di rilatichetelor ३९८ ३४६ १७६ वीलू २३८-९ शांतू १४६ १७६ सरणी साऊ ३९७ ३६० सुहडादेवी ३६४ स्याणी मूलू
SR No.011005
Book TitleDescriptive Catalogue of Manuscripts in Jain Bhandars at Patan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLalchandra B Gandhi
PublisherOriental Research Institute Vadodra
Publication Year1937
Total Pages591
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size32 MB
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