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________________ ८५१. प्रश्नों के उत्तर तब तो संसार की प्रत्येक वस्तु वंदनीय माननी पड़ेगी और उसकी पूजा करनी पड़ेगी। संसार की वस्तुएं पुरातन संस्कारों को जगाने में किस तरह कारण बनती हैं ? यह नीचे के उदाहरणों से समझिए। आप अपने घर के सभी व्यक्तियों को खूब जानते हैं, उन की वेषभूषा से सर्वथा परिचित हैं। श्राप को पता है कि वड़ा. भाई. चप्पल पहनता है। जूता उसे पसंद नहीं है । और चप्पल भी. . साधारण नहीं, अच्छी सुन्दर, कीमती और विदेश-निर्मित है। भाई के इस स्वभाव का आप को पूर्ण बोध है। आप किसी समय . . स्थानक या मन्दिर में गए तो पाप ने सीढ़ियों के एक ओर पड़े भाई के चप्पल देखे तो एक दम आप का हृदय कह उठता है कि ये चप्पल . तो भाई साहिब के हैं। मालूम होता है कि भाई. साहिब ऊपर अवश्य .. वैठे हैं। यह सोच कर आप ऊपर गए तो सचमुच आप को भाई __ साहिव मिल गए। चप्पल को देख कर जो भाई साहिव का - आप को ख्याल आया था, वह ठीक निकला । या यू कहें, चप्पल... ___ भाई साहिब का बोध कराने में कारण बन गए। : ... . एक उदाहरण और लीजिए। आप अपने मकान को छोड़ कर ... किसी दूसरे मकान में जा कर रहने लग गए हैं। अब आप को पहले मकान का कभी ख्याल नहीं पाता और नाहीं उस मकान में जो घटनाएं घटित हुई थीं, उन का. कभी विचार आता है। एक दिन 3, कस्मात् अाप उस पुराने मकान के पास से निकले तो सहसा मकान देखते ही यह स्मरण हो पाया कि इस मकान में कभी हम.. ' ... रहते थे। आप की स्मति और आगे बढ़ी। पाप. ने सोचा-इसी ___ मकान में हमारे. दादा का देहान्त हुआ था। कितने अच्छे थे हमारे...। दादा। मरती बार उन्हों ने उफ़ तक न को। रोगों ने शरीर छलनी- .... छलनी कर दिया था, मंगर उन्हों ने कभो सी तक न की। सदा.भगवान् भजन गाते रहते थे । वीमारो की दशा में भी प्रभु-भक्ति और प्रभु
SR No.010875
Book TitlePrashno Ke Uttar Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaramji Maharaj
PublisherAtmaram Jain Prakashan Samiti
Publication Year
Total Pages606
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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