SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 14
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ .. "विषय . .. पृष्ठ विषय .. पृष्ठ - पूज्य श्री प्रभवस्वामी ६७७ ११ अंगों की विद्यमानता ७४३ - पूज्य श्री भद्रवाहु स्वामी ६७८ सीसमहल में केवलज्ञान - ७४५ पूज्य श्री स्थूलिभद्र जी ६८२ महावीर का गर्भहरण ७४७ .. देवद्धि क्षमाश्रमण. ६८३ महावीर को उपसर्ग · · ७५०. . . जैनतत्त्वादर्श की मान्यता ६८६ महावीर का विवाह. . ७५२ वीर लौंकाशाह कौन था? ६९० तीर्थंकर के कंधे पर वस्त्र ७५३ श्वेताम्बर मूर्ति-पूजक ६९७ मरुदेवी की मुक्ति ७५३. परम्परा का प्रादुर्भाव सामुदानिक गोचरी...७५८ पं० का मूर्तिपूजक सम्प्रदाय ७०३ स्थानकवासी, श्वेताम्बर ७६० दिगम्बर परम्परा की ७०५ मूर्तिपूजक, दिगम्बर परम्परा उत्पत्ति एक दूसरे के कहां तक महावीर नग्न थे या वस्त्रधारी७०८ निकट है ? दिगम्बर और जिनकल्प ७११ विरोध को दीवार गिराई ७६२ जा सकती है? स्थानकवासी और श्वेताम्बर७१३ तेरह-पन्थ का प्रारम्भ : ७६५ - मूर्तिपूजक परम्परा में अन्तर . तेरह-पन्थ नाम क्यों ? .७६९ ... स्थानकवासी और दिगम्बर ७२७ तेरह-पन्थ के प्राचार्य । ७७० . परम्परा में अन्तर स्थानकवासी और तेरह-७७१ केवली का कवलाहार ७२८ पन्थ में सैद्धान्तिक अन्तर ... • केवली का नीहार . ७३० तेरह-पन्थ के ग्रन्थों के ८०२ . स्त्रीलिंग में मुक्ति . ७३० प्रमाण वस्त्र-सहित मुक्ति ७३५ अनाथालय को दान देने से गृहस्थवेष में मुक्ति ७३७ पुण्य है या पाप ? ८०९ - मुनियों के १४ उपकरण ७३६ जलते प्राणियों की रक्षा ८०६ . . मल्लिनाथ का स्त्रीत्व ७४१ करना, गिरते को बचाना 'परम्परा
SR No.010875
Book TitlePrashno Ke Uttar Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaramji Maharaj
PublisherAtmaram Jain Prakashan Samiti
Publication Year
Total Pages606
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy