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________________ प्रश्नों के उत्तर ४७२ शब्द से सन्तान श्चर्थ समझना चाहिए- उसमें लड़के और लड़की, पुरुष और स्त्री दोनों का समावेश हो जाता है । अस्तु, मनुष्य मात्र के लिए झूठ नहीं बोलना चाहिए- चाहे वह लड़की हो या लड़का, पुरुष हो या स्त्री । ii 1 उक्त सम्बन्ध में झूठ न बोलने का तात्पर्य है कि विवाह शादी के समय लड़के या लड़की की अधिक अवस्था हो तो उसे कम वता -देना या कम हो तो ज्यादा बता देना, उसके गुणों को अधिक बढाचढ़ा कर बताना या उनमें जो गुण न हों उनका भी उल्लेख कर देना झूठ है । क्योंकि जब भेद खुल जाता है, तो इससे सामने वाले व्यक्ति के मन को आघात लगता है, उसका उक्त व्यक्ति के ऊपर से विश्वास उठ जाता है । इसी तरह नौकरी पाने के लिए या स्कूल एवं परीक्षा-नों आदि में दाखिल करने के लिए अपनी सन्तान की उम्र एवं योग्यता को कम या ज्यादा बताना भी झूठ है और श्राबक ऐसी भाषा का कभी उपयोग नहीं करता जिससे रहस्य का उद्घाटन होने पर दूसरे को घक्का लगे या जिससे दूसरा व्यक्ति छला जाए । 2 3 २-भूमि सम्बन्धी झूठ नहीं बोलना । भूमि शब्द में घर, दुकान, खेत आदि जमीन के साथ-साथ पृथ्वी से निकलने वाले खनिज पदार्थ एवं पृथ्वी पर उत्पन्न होने वाले धान, कपास, गेहूं आदि सभी पदार्थो का समावेश हो जाता है। और इनके लिए झूठ बोलने का अर्थ हैअपने मकानादि की सीमा को अधिक बताना, कम कीमत के माल को अधिक मूल्य का बताना, कम उपजाऊ भूमि को अधिक उपजाऊ बताना या अधिक ऊपजाऊ भूमि को कम ऊपजाउ बतना । यह भी एक तरह से घोखा है, इससे दूसरे व्यक्ति के मन को चोट पहुंचती है और उस पर से विश्वास भी उठ जाता है । अतः कृषि-वाणिज्य आदि 7 किसी भी काम-धन्धे में भावक प्रयथार्थ-असत्य वचन का उपयोग न
SR No.010875
Book TitlePrashno Ke Uttar Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaramji Maharaj
PublisherAtmaram Jain Prakashan Samiti
Publication Year
Total Pages606
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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