________________ / MESHRSSHREEEEEE ( 20 ) मन मापा से सम्पम्प रखते हैं। उनमा मात्वपूर्ण वगैमीर / : विचार फर्मशान में पिपरीति से पियामा मिलता है। इसी प्रकार इन्द्रिपो फित्तनी सीएम सेमे m मेव वासी कैसी शामिल पिस मासी को कितनी " कितनी इन्द्रिपा प्राप्त वाम मोर माम्पम्तरिक म्द्रयों का पापम में क्या सम्बन्ध है।सा भाकारस्पाविमा प्रकार का ईदियों से सम्बम्प रखने पाला विचार कर्मशाल H] में पाया जाता रत्यादि। , यह कपन से हारीरिक बना सको कारण से ही बनती है। कारण किकर्म होने की भारमा सांसारिफ Mजाता।पो यो पारमा धर्मगायन से पिमहो गरमशरीरी सिद पुर, अगर अमर, पारंगत वा परम्परागत पापि नामों से कोमाते। इतना ही नहीं किन्तु वे अपत् उपास्प है। मनः कमी से परमे के लिये प्रपनाशील बनना चाहिए। जिसमे मारमपी बनने का सीमाम्प प्राप्त रोसकर्म रिपय काहान भनी पाँति करना चाहिए पौकिकर्म सिदान्त मापा दर्पण तुम्प / जिस प्रकारर्पण पर नियमानीभारुति पपापत् पती ही इसी प्रकार योकर्म किया जाता रस का फारसी कप में जीव को प्रभुमर करना पड़ता है। प्रता कर्म पपका फल मोसीमा कर्म फल का नाम मोता: उम्दाना म FF