________________
( )
प्रभ
सखे ! आदि सष्टि पैनी नहीं होती प्रदतु । मैथुनी सृष्टि हो जाती है ।
तो फिर हमको क्या मानमा चाहिए !
वो बा आदि संसार किस प्रकार माना जासकता है।
पर्याय किसे कहते है ।
पचर
गणस्य ! भव ! मैथुनी ष्टि उत्पन्न होदी नहीं सकती तो गया सृष्टि कसे मो मापने व सृष्टि मैसुनी होती है ऐस मानलिया है, तो बचा पहिची सृष्टि में परमात्मा मे क्या दोप देखा जिससे उसको प्रथम मियम बदलना पड़ा ।
हमको मार से संसार अनादि माममा पाहिए ।
पर्याय से !
1
पदार्थों की दशा परिवर्तन हो मामा जैसे शुभ पदार्थ से प्रथम दोषावे है और पदार्थों से शुभ बन जाते हैं भूयम से पुरावम, मौर माघीण से फिर सूक्ष्म जैसे मादि पदार्थ बक्षण करने