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स से मैन
सब ही भाषाओं में हो रहा है महाव पति दिन बढ़ रहा है जैन धर्म ने बहुव उपकार के बड़े २ काय किये है वह सब धर्मों से रस्कृष्ट महान् कामरूप यह माँ किया है कि इस धर्म ने
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( हिंसा का सच्चा आदर्श )
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देश के सामन रस्त हुये इसका स्वयमेव पूर्ण पाचन ही नहीं किया किन्तु हिंसा को देश निकाला देते हुवे बोगों को पूर्ण अहिंसक बनाया यही कारण था कि इस चर्म पर बड़ी आपत्तियां भाई परन्तु वह फिर मी मात्र तक बीवित और भावही २
जैन कुमार की प्रेमभरी भावना
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ये सर्व देव तुम मेरा यह इसतिमा है । इस संसार पारबन में बो दुःख भरा हुआ उस दुःख क मटने की गुखशाना बना है। परशों में हा मेमरी यह भावना है ।।
का वहां मौर
संसार में
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