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धम श्रीमगवान् ने सचर में मविपादन दिया किहे गौतम ! मास्मा शरीर मे बोरकर मी भावा है भौर पर मो भाता है जैसे हि मौदारिफ शरीर, पैकिप शरीर, भागरिक शरीर, इन तीनों ग्रीरों को शेरपर वैवस, भौर पपप शरीरों को शेर भीर गर्मागास में प्रवेश करता है क्योंकि-माँ मार से बीच इस प्रकार से पारी दोरहे।मैसे कि-मणो पुरुष, पण के पार से मारी होता है पपपि भणी सिम्पर मस्पर में रोई मी भार मरी दीसता तपापि पसी मास्मा मार स पुक्क तीरे पनी कार चीयो कर्मों का भार है।
इस प्रहार भीम को माँ 7 मार है। इस पार से भीमगगाम् मे ३० मविरापयुक और पाणी से पियूपिच पेश २ में पर्मोदपापणा कर ए मनक मीना रे संगों का पदम लिया ।
और सर्व प्रकार से परिसा पर्म का देश में अपार या लालो पन एंट मेमो पशुओं का पप दोरा पास निरोप विपा, करोड़ो पाभी से भगवान