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जैन शास्त्र माला - द्वितीयं रत्नम्
अनुत्तरोपपातिकदशासूत्रम् संस्कृतच्छाया-पदार्थान्वय-मूलार्थोपेतं गणपतिगुणप्रकाशिका हिन्दी भाषा - टीकासहितं च
अनुवादक
जैनधर्मदिवाकर, जैनागमरत्नाकर, साहित्यरत्न, जैनमुनि
श्री श्री श्री १००८ उपाध्याय श्री आत्माराम जी महाराज
पञ्जाबी
प्रकाशक
खुजानचीराम जैन जैन शास्त्रमाला कार्यालय सैदमिहा बाज़ार, लाहौर
प्रथमावृत्ति १००० ]
[ मूल्य लागतमात्र २ )
महावीराब्द २४६२ विक्रमाब्द १९९३ ईसवी सन् १९३६