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. धर्मामृत ८३. पैसे प्रवेश करे। . सं० प्रविश्-प्रविशति-प्रा० प्रविसइ-पइसइ-पेसेइ-पेसे वा पैसे।
८४. लाड-आनन्द-मौज ।
सं० 'लड' धातु 'विलास' के अर्थ में प्रसिद्ध है। "लड विलासे" (धातु पारायण भ्वादिगण अंक-२५४) 'ललना' और 'लालन' शब्द भी इसी धातु से आये हैं । 'पच् ' धातु से 'पाक' शब्द की तरह 'लड' धातु से 'लाड' शब्द आया है।
८५. गोतो-गोता लगाना-छिपजाना ।
सं० गुप्त प्रा०-गुत्त-गोत्त-गोतो अथवा 'गूढ' शब्द से 'गोता' शब्द आया हो । शब्द साम्य और अर्थसाम्य की दृष्टि से तो 'गूढ' की अपेक्षा 'गुप्त' और 'गोता' के बीच साक्षात् संबंध मालूम होता है।
८६. इहांसेती-इवरसे ।
'इहांसेती' शब्दमें 'सेती' वचन पंचमी विभक्ति का सूचक है एसा मालूम होता है। प्राकृतमें पञ्चमी विभक्ति का सूचक 'सुंतो' प्रत्यय है। क्या 'सुतो' और 'सेतो' में कोई प्रकार का संबंध घट सकता है ?