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॥ श्रीथह ॥ अथ श्री चतुर्थस्तुतिकुयुक्तिनिर्णयछेदनकुगरा परपर्याय चतुर्थस्तुति निर्णय शंकोधारस्य
शुघाऽशुधपत्रं.
शुरू.
पृष्टाङ्क. नली अशुझ.
द्युमणिम् स्याहादनिधि थाचार्योऐं
योमणिम् स्याहादस्यनिधि थाचार्योंए
थुर
थुई
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निःकेवल यादिमां पूर्वाचार्योएं यथाशक्तिएं
को
सादियोए च्यारथोयो
पंचांगी ११ करीएंटीएं
| थोयूं ३ १६ उत्तरः
निष्केवल यादीमा पूर्वाचार्योंए यथाशक्तीए कोई सादियोंए च्यारथुश्यो पञ्चाङ्गी करीए बीए थुश्यो उत्तरम्