________________
९८
प्रस्तुत प्रश्न
जब कि अन्तःप्रेरित होगा - अर्थात व्यक्तिगत हेतुसे होगा, -तब नैमित्तिक दृष्टिसे कुछ उपयोगिताका भाव भी उसमें होना आवश्यक है । कोई भी गति दो खिंचावों के कारण होती है - एक अन्तरंग, दूसरा बहिरंग | जैसे बिजली दो विरोधों ( धन और ऋण धाराओं ) के कारण चलती है । इसी तरह व्यक्तिका अन्तःकरण और समाजकी आवश्यकता, इन दोके परस्पर संयोग-वियोगसे मानवव्यापार संभव होते हैं ।
-