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संस्मरण में से कुछ छींटे दालले वर्तन पर गिर गये । दाल तो ढकी हुई थी इसलिये उस में कोई छाँटा न पड़ा फिर भी वह दाल किसीने न:खाई। कार्यकर्ताओं ने कोशिश की कि विद्यार्थी यह दाल खालें, इसके लिये उनने व्याख्यान भी दिया कि बर्तन के ऊपर छोटे पड़ने
से कोई दोष नहीं है, दोन ते। वहां है.. जहां दो आदमियों की लार __ मिल जाय । पर यह तत्वज्ञान हम लोगों को इसलिये न जचा कि . कार्यकर्ताओं ने सिर्फ अपने लिये अलग दाल बनवाई थी। वे छोटेवाली , दाल खुद न खा सके । यहां शुद्धि अशुद्धि के मूल में व्यक्तित्वमद था ।
स्वास्थ्य और सफाई के लिये बने हुए ये नियम जातिमद और व्यक्तित्वमद के शस्त्र बनकर 'आज मानव-मानव के बीच में खाई बने हुए हैं । प्रेम होने पर भी थे. आवश्यक सहयोग से वंचित रखते हैं और जहाँ क्रोध अभिमान आदि का कारण नहीं है वहाँ . मनुप्य को क्रोधी अहंकारी आदि बना देते हैं । अशिक्षितों को किसी
तरह इस पाप के लिये क्षमा किया जा सकता है पर शिक्षितों और शिक्षण संस्थाओं में यह पाप हो तो क्षमा नहीं किया जा सकता। - ये सागर पाठशाला के कुछ संस्मरण हैं । उस समय पाठशाला का रूप विकसित नहीं था इसलिये त्रुटियाँ होना स्वाभाविक है पर सागर पाठशाला के उपकार मेरे ऊपर बहुत अधिक हैं। मेरे ‘जीवन की पहिली धारा बदल देने का श्रेय उसे ही है। .
(११) विवाह. : . मैं उन अभागियों में से हूं जो बाल विवाह की कुप्रथा के शिकार कहे जा सकते हैं. 1. यद्यपि उसका शिकार होकर भी मैं इस