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(२७६ ), देशकाण ते लग्नना त्रण भाग करवा. तेमां जो मेष लग्न लीधु होय तो पहेलो देशकाण मेषनो. तेमज जे लग्न लीधुं होय तेनो पहेलो देशकाण जाणवो. बीजो देशकाण सिंहनो, त्रीजो देशकाण धननो, . वर्ष लग्नमां पहेलो वर्षनो, बीजो कन्यानो, त्रीजो मकरनो ए प्रमाणे जे लग्न लीधुं होय तेनाथी जोइ लेवो. पछी जे देशकाण आवे तेनो स्वामी लग्नकुंडलीमां जोवो ने स्वामी सारा स्थानमां होय ते देशकाणमां मुहूर्त करवू. नवमांश जोवो ते जे लग्न होय तेनो पहेलो जे होय तेना नव भाग करवा. तेमा पहेला भागनो नवमांश जो मेष लग्न होय तो पहेलो मेषनो. १-२-३-४-५-६-७-८-९, जो वरख लग्न होय तो १०-११-१२-१-२-३-४-५-६. जो मिथुन लग्न होय तो पहेलो ७-८-९-१०-११-१२-१-२-३. जो कर्क लग्न होय तो पहेलो ४-५-६-७-८-९१०-११-१२. जो सिंह लग्न होय तो पहेलो १-२-३-४-५-६-७-८-९, कन्या लग्न होय तो पहेलो १०-११-१२-१-२-३-४-५-६. जो तोला लग्न होय तो पहेलो ७-८-९-१०-११-१२-१-२-३. जो वृश्चिक लग्न होय तो पहेलो ४-५-६-७-८-९-१०-११-१२. जो धन लग्न होय तो पहेलो १-२-३-४-५-६-७-८-९.. मकर लग्न होय तो पहेलो १०-११-१२-१-२-३-४-५-६. जो कुंभ लग्न होय तो पहेलो ७-८-९१०-११-१-२-३. जो मीन लग्न होय तो पहेलो ४-५-६-७-८-९-१० ११-१२ ए मुजब नवे नवमांश जे नवमांशनो स्वामी बलवान होय ते लेवो ने सौम्य ग्रहनो लेवो. सौम्य ग्रह ने चंद्र, बुध, गुरु, शुक्र.
बार अंश ते लग्नना बार भाग करवा. अने जे लग्न होय ते पहेला भागनो स्वामी तेमज तेनाथी अनुक्रमे बारे भागना स्वामी जोवा. तेमां जे मागमा मुहर्च होय ते भागनो स्वामी लग्नमां ते. शुभ ग्रह होय । तो श्रेष्ठ जाणवू.
त्रीशांश ते लग्नना त्रीश भाग करवा. तेमा मेष लग्न होय तो पहेला पांच भागनो स्वामी मंगल, सार पछीना पांच भागनो स्वामी