SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 402
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पांमव चरित्र. (३७) कहेता एवा जे पुरुषने जूंनक देवताए आकाशमांनगल्यो, पी जे श्री नेमिनाथ प्रन्नु पासे दीदा लश् मोक्षपद पाम्यो, ते श्री नवमा बलदेवना पुत्र श्री कुब्जवारक मुनि जयवंता व” ॥ ॥ आ कुब्जवारक मुनिनो अधिकार रामना अधिकारमां कहेलो . त्यांथी जाणी लेवो. पंचविनिवपंमुसुआ, चनदशपुवी जुहिष्लप्पमुहा॥ दोमासी संलेहणपछि सत्तजये सिधा ॥४६॥ अर्थ-चौद पूर्वना धारणहार युधिष्टिरादि पांच पामवो शत्रुजय तीर्थने विषे बे मासनी संलेखना करीने मोक्षगति पाम्या . ॥ ६ ॥ प्रकरणने विषे पांमवचरित्र बहु म्होटुंगे; परंतु आ ठेकाणे तो कांक रहस्य युक्त संकेपथीज कहीए बीए. ॥पांमव चरित्र.॥ जेमणे यौवनावस्थामा रहीने पण त्रण जगतने जीतवामां मलरूपकलाक्रीमाना सुन्नट एवा कामदेवने जीत्यो बे; ते त्रण लोकना जनोए पूजेला चरणकमलवाला श्री नेमिनाथ प्रन्नु तमारा कल्याणोने वृदिपमामो. त्रण जगत्मा प्रसिध्यशना समूहवाला अने एज नवमां दीक्षाश्री प्राप्त श्रयेला महोदयवाला श्री पांमवानुं पवित्र चरित्र फक्त पोताना बोधने अर्ये करूं . ज्यां श्री शांतिनाथ, कुंथुनाथ अने अजितनाथ ए त्रणे जिनेश्वरोनां म्होटां श्रेष्ठ चैत्यो निरंतर शोन्नी रह्यां ने एवं कुरुदेशना आनुषणरूप अने सर्व वस्तुसमूहना निवास स्थानरूप हस्तिनापुर नामे नगर ये. त्यां श्रीषनदेव प्रनुना पुत्र कुरुराजाना असंख्य पूर्वजोश्री सुशोनित एवा वंशने विषे नत्पन्न श्रयेलो, शांत आकृतिवालो अने चंइसमान यशना समूहवालो श्रीशांतनु नामे राजा राज्य करतो हतो. संपूर्ण मंझलवाला चंनी पेठे कलानथी पूर्ण एवा ते राजामां निश्चे चंमां कलंकनी पेठे मृगयाना व्यसनरूप एक म्होटो दोष हतो. एक दिवस चपल एवा म्होटा अश्व उपर बेठेलो अने हाथमां धनुष्य बाण धारण करवायी अनेक जीवोने त्रास पमामतो ए राजा हरिगादि अनेक जीवोथी नरपुर एवा वनमां मृगया करवाने माटे गयो, त्यां अत्यंत मृगयाना-विनोदमा प्रवृत्त अयेला नूपतिये चारे तरफ अनेक वाणो
SR No.010819
Book TitleRushimandal Vrutti Purvarddha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShubhvarddhansuri, Harishankar Kalidas Shastri
PublisherJain Vidyashala Ahmedabad
Publication Year1901
Total Pages487
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size37 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy