________________
१५७
अदितिकी आँखें और जो व्यक्ति आत्मीयताको भावनाके साथ उसका अवस्थानुकूल सत्कार नहीं कर सकता वह और गुणमें कितना ही अग्रणी क्यों न हो, मानवीय सवेदनाके विकासमे अभी बहुत पीछे है, और इसीलिए मानवजातिके आचारिक विधान-निर्माणका कार्य उसे नहीं सौंपा जा सकता।' ____ कहते हैं कि नये युगके मानवीय आचारिक विधानके निर्माणका कार्य सौंपनेके लिए देवजन किसी सर्वतोमुखी समर्थ मनुपुत्रको खोज पाये हैं या नहीं, ऐसी कोई सूचना अभीतक प्रसारित नहीं हुई।