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________________ संख्या में श्रने एनी चूर्णी १४३१५ श्लोकनी ने सर्व संख्या ७६७ए ले ३ व्यव- ||5|| हारदशाकल्पबेदसूत्र एना दश अध्ययन बे एनी मूल संख्या जुनी टीपमां ६००० नीने एनी टीका श्री मलयगिरिसूरिकृत श्लोक ३३६२५ नी ने तथा चूर्णी १०३६१ श्लोकनी बे एनुं नाष्य जुनी टीपमा ६००० श्लोकनुं खख्युने सवाखे संख्या ५०५०६ थ५ दशाश्रुतस्कंध बेदसूत्र जेनुं श्रापमुंअध्ययन कल्पसूत्र ने तेनीमू. ल संख्या १०३५ बे तथा चूर्णी २४ए श्लोकनी, धने नियुक्ति संख्या १२७ श्लोक बे सर्व संख्या ४२ थर १ दशवैकालिक सूत्र श्री सिधंनवसूस्कृित मूल श्लोक ७०० संख्या बे एनी वृत्ति तिलकाचार्यकृत श्लोक १००० प्रमाण तथा बीजी वृत्ति श्री हरिनसूरिकत ६७२० श्लोक बे तथा श्री मलयगिरि महाराजकृत वृत्ति ७०० श्लोक बे लघुवृत्ति ३७०० श्लोक तथा नियुक्तिनी गाथा ४१० जे तेम थाधुनिक श्री मोमचंधसूस्कृित लघु टीका ४२०० तथा समयसुंदर उपाध्याय कृत लघु टीका १६००२ उत्तराध्ययनसूत्र एना उत्तीस अध्ययन वैराग्यमय ने एनी मूल संख्या २००० तथा बृहवृत्ति वादिवेत्ताल श्री शान्तिसूरिकृत १००००
SR No.010805
Book TitleChattrish Bol Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Bherudan Sethia
PublisherAgarchand Bherudan Sethia
Publication Year1916
Total Pages369
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size10 MB
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