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त्रिषष्टि शलाका पुरुप-चरित्र
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माविका (प्रथम)२७५ सामायिक २७४ संलेखना ४७६
सिंहनिषद्या ४६० संस्थानविचय (धर्माध्यान) सिद्धशिला ६६६
सुनंदा १५२ सगर और उसकी संतान
सुमद्रा ३२६२७ . ७२४
स्त्रीमुक्ति २५६ सच्चेदेव-न-बम भक समवसरण २५२, ६२६
स्वप्न (तीर्थकरोंकी माताओं समिति पाँच रस,५३५
के)१२३, ५४४(चक्र वर्तियों १ समुद्रोंक पानीका स्वाद ६५
की माताओं) सन्यरत्व २६८, ६५
स्वप्नोंका फल १३६, ५५० सर्वविरति ३१
स्वयंसिद्ध ६०८ सांवत्सरिक दान २१५,६१२ हिमकर्पर-बरफका वर्तन