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________________ गुगभद्रगणि गुणवर्दन गुणधी गुञ्चांवली (चन्द्रप्रभविधि-चैत्य ९, जिनप्रभसूरि ८ बिनभद्र, जिनभद्राचार्य ८ जिनभद्रसूरि ६,७,८,१५ जिनस्य गोलक सा० ८ जिनबल्लमसूरि १० चर्चरी ३ जिनशेखरोपाध्याय चन्द्रतिलक उपाध्याय ४ जेसलमेर ८) जैनतीर्थ भीमपल्ली भने रामसैन्य ८ जगहित ७ जैनसाहित्य का सक्षिप्तइतिहास ६ जगधी ८ जनयुग जयदेवाचार्य २४ ढीसा नयमोल ७ तगला ग्राम जिनकुशस्ति १ त्रिभुवनगिरि जिनचन्द्रमूरि १,२,४,५,६,१०,13, तवर १५,२०,२२,२३,२५, दिल्ली (योगिनीपुर-जोयणिपुर) २६,२८,२९,३० ५६,१५,१७,१८, निनवन्द्रसरि अष्टकम् ३० २०२९,३० जिनदत्तसूरि १,२,३,४,५,६,९,१०, देल्हणदे २,३० १४,१६,१५,२१,२३, देवप्रभसूरि (मलधारि) ११ ___ २४,२८,३० देवभद्र जिनपतिसरि ७.८,९,१०,२४,२५,२७ धनेश्वरसरि ‘निनपालोपाध्याय ३,४,१०,१५,२५,२९ नरचन्द्रसरि १५
SR No.010775
Book TitleManidhari Jinchandrasuri
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherShankarraj Shubhaidan Nahta
Publication Year
Total Pages102
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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