________________ [ 64 ] सासही (२०)-सहन होता है। हलाहला (१०३)-हल्ला / सा (२)-समान / हाथे (62) हाथ से। साज (१००)-रक्षा। हालिम (१०३)-~चलकर। सारग-पाणी (८९)-विष्णु / हालो (१००)-चले / सीस (३६)–सिर / हिमे ( )-प्रव सुधारौ (३३)सुधार दीजिये। हीव (१८)-मार होविया (८२)-मार दिया। सुका (६८)-सूख गये। हुयो (34) हो गया। सेलारसी (१५)-एक भक्त का नाम / हुलायो (२८)-गाया, वर्णन किया / ' सेहरा (६६)-मुकुट। हुलाही (२६)-प्रवतं होता है, सोवन (३१)—सुवर्ण / चलता है। सौरी (३१)-गाय। हुसेनियो (30) यवनो का। स्रग (२९)-स्वर्ग। हूर (७)-अप्सरा। हैवरी (८२)-घुडसवार / हथ (38) हाथ से। हैग्रीवा (66) हयग्रीव अवतार ।हरनाथ (३३)—महादेव / होमवला (१०३)-आपत्ति / -